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झारखंड का सबसे खतरनाक यह गांव, जहां साल भर में 500 से ज़्यादा बार होता हैं वज्रपात

झारखंड का सबसे खतरनाक यह गांव, जहां साल भर में 500 से ज़्यादा बार होता हैं वज्रपात

न्यूज़11 भारत



रांची/डेस्क:  ऐसा गांव है, जिसका नाम सुनते ही लोग सहम जाते हैं. राजधानी रांची के 50 किलोमीटर दूरी पर यह अनोखा गांव बसा है. दरअसल, इस गांव का नाम वज्रमरा हैं, जहां हर साल सैकड़ों बार आसमान से बिजली गिरती हैं. और यह गांव झारखंड के सबसे खतरनाक प्राकृतिक आपदा वाले क्षेत्रों में शुमार है, जो रांची से कुछ ही किलोमीटर दूर पर नामकुम प्रखंड में मौजूद हैं. 

 


 

सदियों से हो रहे वज्रपात को लेकर पड़ा गांव का नाम "वज्रमरा गाँव "

ये घने जंगल, हसीन वादियां,बादलों से बात करते पहाड़ ,कल कल बहती नदियों की धारा का ये नज़ारा राजधानी रांची से महज़ 50 किलोमीटर दूर नामकुम के वज्रमरा गांव की है. ये गांव जितना ख़ूबसूरत है बरसात के दिनों में उतना ही खतरनाक भी.  वज्रमरा गांव का नाम ही इसके इतिहास को बयां करता है.  स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस गांव में साल में 500 से ज्यादा बार बिजली गिरती है. यह कोई अतिशयोक्ति नहीं, बल्कि एक कड़वी हकीकत है. रांची के इस छोटे से गांव में शायद ही कोई ऐसा परिवार हो, जिसने वज्रपात का दंश नह झेला हो. चाहे वह फसलों का नुकसान हो, पशुओं की मौत हो, या फिर इंसानों को खोने का दर्द. 

 


 




बरसात का मौसम आते ही दहशत में रहते हैं ग्रामीण

वहीं, गांव के लोग बताते हैं कि कई दशकों पहले इस क्षेत्र में इतनी बार बिजली गिरी कि लोगों ने इसका नाम ही ‘वज्रमरा’ रख दिया, यानी वह जगह जहां बिजली बार-बार ‘मार’ करती है. वज्रमरा का क्षेत्र इसकी चपेट में ज्यादा आता है.


 


 


 


 


 


 

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